आर्यवर्त एक्सप्रेस
पटना, बिहार: 5 अक्टूबर 2024 की शाम को एल. एन. मिश्रा आर्थिक विकास और सामाजिक परिवर्तन संस्थान में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसका विषय था “अधिवक्ता संवाद: बिहार के उज्ज्वल भविष्य निर्माण में अधिवक्ताओं की भूमिका।”
यह कार्यक्रम बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री विकास वैभव द्वारा स्थापित एक सामाजिक-सांस्कृतिक अभियान ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ के तत्वावधान में आयोजित किया गया। इस संवाद का उद्देश्य कानूनी विशेषज्ञों और हितधारकों को एक साथ लाकर राज्य के भविष्य को आकार देने में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका पर विचार करना था।
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित भागीदारों की उपस्थिति रही, जिनमें पटना उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश, न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद और साथ ही अन्य सम्मानित सेवानिवृत्त न्यायाधीशगण न्यायमूर्ति संजय कुमार, न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद, और न्यायमूर्ति मृदुला मिश्रा शामिल थे। उनके सामूहिक अनुभव ने बिहार में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में कानूनी पेशे के महत्व पर अमूल्य दृष्टिकोण प्रदान किया।
इसके अलावा, कार्यक्रम में बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री रामाकांत शर्मा, एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री योगेश चंद्र वर्मा, दिल्ली स्थित एम्बिशन कोचिंग सेंटर के निदेशक श्री आलोक रंजन जैसी कानूनी बिरादरी की प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही। उनके योगदान ने न्याय की रक्षा और राज्य की प्रगति में कानूनी पेशेवरों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति राजीव रंजन प्रसाद ने युवा अधिवक्ताओं को उनकी महत्वपूर्ण सामजिक जिम्मेदारी की याद दिलाई कि वे एक न्यायसंगत और समतामूलक समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं से समाज के हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों के लिए काम करने का आह्वान किया।
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मृदुला मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में व्याप्त जातिवाद राज्य प्रगति में बाधा डाल रहा है। उन्होंने ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ की समाज में सकारात्मक योगदान के लिए प्रशंसा की और शिक्षा, समानता और उद्यमशीलता के संगठनात्मक सिद्धांतों की सराहना की।
कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति संजय कुमार ने राष्ट्र निर्माण में अधिवक्ताओं द्वारा निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका पर जोर दिया और कहा कि बिहार के उज्जवल भविष्य के निर्माण में भी उनकी भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है।
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने अपने वक्तव्य में कहा कि अधिवक्ताओं के पास समाज में परिवर्तन के उत्प्रेरक बनने की अपार क्षमता है। उन्होंने ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ अभियान के माध्यम से बिहार के लोगों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में किए जा रहे विकास वैभव के प्रयासों की भी सराहना की।
बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री रामाकांत शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ के पास समाज की सेवा करने का एक बड़ा अवसर है. उन्होंने विकास वैभव द्वारा किए जा रहे नेक प्रयासों की प्रशंसा की।
एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र सिंह ने विषय पर बोलते हुए कहा कि समाज में अधिवक्ताओं की भूमिका अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।
दिल्ली स्थित एम्बिशन कोचिंग इंस्टिट्यूट के निदेशक आलोक रंजन ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि अधिवक्ता न्याय के स्तंभ हैं और बेहतर समाज के निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
संवाद के दौरान, प्रतिभागियों ने बिहार में कानूनी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की, न्यायपालिका और अधिवक्ताओं के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि राज्य द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों का समाधान किया जा सके। चर्चाओं में अधिवक्ताओं को परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में सशक्त बनाने, न्याय, समानता और विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों के समर्थन पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
विकास वैभव ने कहा, “आज का संवाद हमारे उस संकल्प का प्रतीक है जो बिहार राज्य में परिवर्तन और प्रगति की प्रेरणा देने वाला एक ऐसा वातावरण बनाने पर आधारित है जो इसकी गौरवशाली इतिहास और धरोहर के मजबूत स्तम्भ पर टिका है।” उन्होंने आगे ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ अभियान की समाज में विभिन्न तरीकों से किए जा रहे सकारात्मक योगदान, विशेषकर राज्य भर में इसके अधिवक्ता अध्याय के माध्यम से जरूरतमंद और गरीबों को न्याय सुनिश्चित करने में किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का समापन एक आह्वान के साथ हुआ, जिसमें अधिवक्ताओं से सामजिक सेवा एवं नीतिगत प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल होने का आग्रह किया गया, जिससे यह धारणा मजबूत हुई कि कानूनी पेशा बिहार में परिवर्तनकारी बदलाव की कुंजी रखता है।